विद्यालय का नाम –
कक्षा – 3 वर्ग – कालांश –
दिनांक – वार – विषय – हिंदी
प्रकरण – जागो आया समय सुबह का समय –
पाठ विश्लेषण :-
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बच्चों की मनोभावनाओं का चिंतन है ।
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बच्चे प्रातः काल को देखकर उसके मन में अनेक प्रकार के विचार आते हैं उन विचारों का रचनात्मक वर्णन है।
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प्रातः काल के समय में प्रकृति वह पक्षी सभी अलग-अलग प्रकार की क्रिया करते हैं जो स्वाभाविक व मनमोहक है ।
सामान्य उद्देश्य :-
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छात्रों को शुद्ध उच्चारण तथा गति और लय के साथ कविता वाचन करने की क्षमता का विकास करना ।
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छात्रों में काव्य सौंदर्य की अनुभूति कराना ।
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छात्रों की कल्पना शक्ति का विकास करना ।
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कवि की कल्पना व अनुभवों से छात्रों को परिचित कराना ।
विशिष्ट उद्देश्य :-
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जागो आया.. समय सुबह का कविता में प्रातः काल के समय में होने वाले परिवर्तनों को समझने की क्षमता पैदा करना ।
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कविता में तुक मिलाकर सौंदर्य की अनुभूति कराना ।
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कविता के भाव सौंदर्य की अनुभूति कराना ।
सामान्य सहायक शिक्षण सामग्री :–
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श्वेत वर्तिका
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लपेट फलक
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चित्र
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चार्ट्स
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संकेतक
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अन्य कक्षा कक्ष शिक्षण में उपयोगी सहायक सामग्री ।
अनुदेशात्मक सामग्री – विषय से संबंधित चार्ट
शिक्षण विधि :-
“जागो आया समय सुबह का” प्रकरण का अध्ययन व्याख्यान विधि व प्रश्नोत्तर विधि के द्वारा करवाया जाएगा ।
पूर्व ज्ञान परीक्षण – छात्र अध्यापक विद्यार्थियों के पूर्व ज्ञान हेतु निम्नलिखित प्रश्न पूछेंगी |
उद्देश्य कथन :–
अच्छा बच्चों ! आज हम सुबह के समय में होने वाले प्राकृतिक परिवर्तनों से संबंधित क्रियाकलापों के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे ।
प्रस्तुतीकरण :–
छात्र अध्यापक व्याख्यान विधि व चार्ट के माध्यम से कक्षा में अपना पाठ प्रस्तुत करेंगी|
पुनरावृत्ति –
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इस कविता के माध्यम से कवि क्या कहना चाहता हैं ?
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हमें आसमान में तारे कब दिखाई देते हैं ?
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चिड़ियों के चहकने की आवाज हमें कब सुनाई देती है ?
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प्रातः काल का वातावरण कैसा होता है ?
गृहकार्य –
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प्रातः काल जल्दी उठने के पांच फायदो का वर्णन कीजिए ?
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प्रातः काल के दृश्य का एक चित्र बनाइए ?
❖ यह भी देखें ヅ
1. कोलाज बनाना सीखें ( कला शिक्षा का लेसन प्लान )
2. खेल- खेल में भाग ( गणित लेसन प्लान )
3. संख्याएं कक्षा 2 के लिए ( गणित लेसन प्लान )
4. रंगोली पाठ योजना ( कला शिक्षा का लेसन प्लान )
5. झांसी की रानी पाठ योजना ( हिंदी पाठ योजना )
7. प्रदूषण के दुष्प्रभाव ( पर्यावरण पाठ योजना )
8. प्रत्यय ( हिंदी पाठ योजना )
10. अपना देश ( हिंदी पाठ योजना )
11. मैं सड़क हूं ( हिंदी पाठ योजना )
12. खेलों का महत्व ( हिंदी पाठ योजना )
13. संज्ञा ( हिंदी पाठ योजना )
14. जागो आया समय सुबह का ( हिंदी पाठ योजना )
15. A Thirsty Crow ( English Lesson Plan )
16. वचन पाठ योजना ( हिंदी पाठ योजना )
17. संख्याएं ( गणित लेसन प्लान )
18. पर्यावरण विषय के लिए चार्ट
Jaago aaya samay subah ka Hindi Lesson Plan Pdf Download
जागो आया समय सुबह का पाठ के हिंदी सूक्ष्म शिक्षण पाठ योजना की pdf download करने के लिए link जल्द ही उपलब्ध करवाई जाएगी ।
Apna desh Hindi Lesson Plan के बारे में –
B.ed or bstc आदि के उपयोग के आने वाले हिंदी विषय में Lesson plan को सर्च कर रहे विद्यार्थियों के लिए यह उपयोगी साबित होगा । इस Lesson plan को बनाने का एकमात्र उद्देश्य यह है कि विद्यार्थियों को Hindi में Upsarg lesson plan का Sample प्रदान करना जिससे छात्राध्यापक जान सके कि लेसन प्लान कैसे बनाया जाता है ? इसके बारे में एक उदाहरण प्रस्तुत करना बाकी आप इसमें दिनांक , कक्षा , विद्यालय… वह आप अपने हिसाब से बदल सकते हैं और आप चाहे कोई अन्य भी अन्य टॉपिक पर लेसन प्लान बनाए लेकिन कोशिश कीजिए कि लेसन प्लान का फॉर्मेट यही रहे ।
लेसन प्लान क्यों जरूरी है ?
जब आप शिक्षण से संबंधित कोई भी कोर्स D.El.Ed , B.EL.ED. , B.P.ED. , DPE , B.ED. आदि करते हो तो पूरे सत्र के दौरान आपको Lesson plan बनाने पर खास ध्यान दिया जाता है क्योंकि Lesson plan कक्षा शिक्षण प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है कक्षा शिक्षण से पूर्व की तैयारी का विषय है , एक अच्छे लेसन प्लान के प्रयोग से कक्षा शिक्षण की प्रक्रिया को गुणवत्तापूर्ण बनाया जा सकता है। इसमें पाठ पढ़ाने से पहले शिक्षक द्वारा यह तय किया जाता है कि वह कक्षा में किस शिक्षण विधि का प्रयोग करेगा तथा कौन सी शिक्षण विधि इस पाठ के लिए उपयोगी है और पाठ से पाठ्यपुस्तक के अलावा कौन सी जानकारी है जो उस पाठ से संबंधित है तो उसे भी शामिल किया जाता है जिससे विद्यार्थियों को नवीन ज्ञान को प्राप्ति होती है।
पाठ योजना क्यों तैयार करें ? संक्षिप्त में
1. प्रभावी शिक्षण के लिए एक सुसंगत ढांचा तैयार करना जिसे पढ़ाने से पूर्व एक तैयारी के रूप में लिया जा सकता है।
2. इससे शिक्षण को एक व्यवस्थित रूप प्रदान किया जाता है।
3. यह शिक्षण को प्रभावी ढंग से करवाने हेतु उपयोगी है।
4. इसके प्रयोग से कक्षा शिक्षण से पूर्व उपयुक्त शिक्षण विधि का चयन किया जा सकता है।
5. यह सिलेबस पाठयक्रम को व्यवस्थित रूप देता है, इसके उपयोग से शिक्षण नियत अवधि में पूर्ण हो जाता है।
6. पाठ पढ़ाते समय शिक्षक में आत्मविश्वास का संचार करता है।
7. भविष्य की योजना तैयार करने में उपयोगी आधार प्रदान करता है।
8. कक्षा में विद्यार्थियों की शारीरिक एवं मानसिक विभिन्नता को ध्यान में रखते हुए कैसे शिक्षण करवाया जाए इसके लिए सहायक है।
9. एक प्रमाण है कि शिक्षक ने पढ़ाने के लिए उचित औऱ पर्याप्त प्रयास किए हैं।
एक अच्छी पाठ योजना के चरण
1. पाठ विश्लेषण
2. सामान्य उद्देश्य
3. विशिष्ट उद्देश्य
4. सहायक सामग्री
5. अनुदेशात्मक सामग्री
6. शिक्षण विधि
7. पूर्व ज्ञान परीक्षण
8. उद्देश्य कथन
9. प्रस्तुतीकरण
10. श्यामपट्ट कार्य
11. मूल्यांकन
12. पुनरावृत्ति
13. गृहकार्य